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भा रतीय संविधान की विशेषताएं भारतीय संविधान विश्व की विशेषताओं को भयंकर बनाए तथा उसकी विशेषताओं का विवरण इस प्रकार है ब्रेक संप्रभुता संप्रभुता शब्द का अर्थ है समान प्रभुता यह स्वतंत्र होना भारतीय संविधान के लागू होने के पश्चात आप भारत एक प्रभुत्व संपन्न देश बन गया था और है संप्रभुता भारतीय संविधान की मुख्य भारतीय विशेषताएं संप्रभुता के अनुसार भारत के संविधान पर या भारत पर कोई विदेशी शक्ति राज नहीं कर सकती है भारत अपना स्वयं का मालिक या प्रभु है भारत पर शासन करता है उस पर कोई बायो शासन नहीं करता नंबर दो समाजवादी समाजवादी शब्द भारतीय संविधान में मूल रूप से नहीं था स्थानिक संशोधन 1976 में शब्द को भारतीय प्रस्तावना में जोड़ा गया समाजवादी शब्द से अभिप्राय है कि जाति रंग मुसलमान धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं कर सकता था सभी भारत के लोग एक समान है नंबर 3 धर्मनिरपेक्षता धर्मनिरपेक्षता भारतीय संविधान का एक मौलिक विशेषता है धर्मनिरपेक्षता से हमारा अभिप्राय किसी भी धर्म को ना मानकर सभी धर्मों को समान रूप से मानना है भारत पाकिस्तान की भांति एक धर्म कटता वाला देश नहीं है भारत सरकार या संविधान किसी एक विशेष धर्म को नहीं मानता है बल्कि वह सभी धर्मों को समान नजर से देखता है नंबर 4 लोकतांत्रिक भारत एक स्वतंत्र देश है तथा एक लोकतांत्रिक देश लोकतंत्र से अभिप्राय है लोगों का तंत्र अर्थात वह देश जहां पर लोगों के द्वारा शासन किया जाता है एक प्रमुख परिभाषा है कि लोकतंत्र लोगों का लोगों के द्वारा लोगों के लिए शासन होता है भारत में पूर्ण रुप से लोकतंत्र है भारतीय जनता अपने मत का प्रयोग कर अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करती हैं महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित हैं भारत में राजतंत्र ना होकर लोकतंत्र है क्योंकि राजतंत्र में देश का मुखिया पैतृक होता है जबकि लोकतंत्र में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जनता के द्वारा चुना जाता है
शक्ति विभाजन भारतीय संविधान की मुख्य विशेषता है कि संविधान में शक्तियों का विभाजन किया है ना उसका केंद्रीकरण भारत में शक्तियों का विभाजन केंद्र व राज्य सरकारों के बीच किया है तथा केंद्र में भी ध्यान पालिका कार्यपालिका और न्यायपालिका को परस्पर सहयोग बनाया है ताकि किसी एक को अधिक शक्ति देकर निरंकुश वादी संविधान की सर्वोच्चता भारतीय संविधान में संविधान को ही देश का सर्वोच्च बनाया है भारतीय संविधान ही भारत के संपूर्ण स्वरूप को वर्णित करता है
शक्ति विभाजन भारतीय संविधान की मुख्य विशेषता है कि संविधान में शक्तियों का विभाजन किया है ना उसका केंद्रीकरण भारत में शक्तियों का विभाजन केंद्र व राज्य सरकारों के बीच किया है तथा केंद्र में भी ध्यान पालिका कार्यपालिका और न्यायपालिका को परस्पर सहयोग बनाया है ताकि किसी एक को अधिक शक्ति देकर निरंकुश वादी संविधान की सर्वोच्चता भारतीय संविधान में संविधान को ही देश का सर्वोच्च बनाया है भारतीय संविधान ही भारत के संपूर्ण स्वरूप को वर्णित करता है
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August 20, 2018
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